000 | 01719aam a2200181 4500 | ||
---|---|---|---|
008 | 240410b2023 |||||||| |||| 00| 0 eng d | ||
020 | _a9780143466062 | ||
082 |
_aH 891.431 _bD2C4 |
||
100 |
_aDash, Pradeep _9423521 |
||
245 | _aCharu, chivar aur charya (चरु, चीवर और चर्या) | ||
260 |
_bPenguin Random House _c2024 _aGurugram |
||
300 | _a470 p. | ||
520 | _aयह ऐतिहासिक उपन्यास आठवीं सदी के भौमकर राजवंश की एक कहानी है। यह एक विराट आख्यान है, जिसमें बौद्ध धर्म का उसकी ऊँचाइयों को छूना, उसकी साधना एवं परंपरा तथा उसे मिल रहा राज्याश्रय और उसका क्षरण सभी शामिल है। उड़िया से हिंदी में अनुदित चरु, चीवर और र्चया एक क्लासिक श्रेणी का उपन्यास है जिसके मूल उड़िया संस्करण को उड़िशा में प्रतिष्ठित सरला पुरस्कार से सम्मानित किया जा चुका है। https://www.penguin.co.in/book/charu-chivar-aur-charya-%E0%A4%9A%E0%A4%B0%E0%A5%81-%E0%A4%9A%E0%A5%80%E0%A4%B5%E0%A4%B0-%E0%A4%94%E0%A4%B0-%E0%A4%9A%E0%A4%B0%E0%A5%8D%E0%A4%AF%E0%A4%BE/ | ||
650 |
_aHindi _962044 |
||
650 |
_aHindi - Fiction _9425065 |
||
700 |
_aShiven, Sujata _eTranslator _9425066 |
||
942 |
_2ddc _cBKH |
||
999 |
_c221755 _d221755 |