Amazon cover image
Image from Amazon.com

Naraz

By: Publication details: Manjul Publishing House 2016 BhopalDescription: 129 pISBN:
  • 9788183227025
Subject(s): DDC classification:
  • I6N2 891.43
Summary: नाराज़ राहत इंदौरी राहत की पहचान के कई हवाले हैं - वो रंगों और रेखाओं के फ़नकार भी हैं, कॉलेज में साहित्य के उस्ताद भी, मक़बूल फ़िल्मी गीतकार भी हैं और हर दिल अज़ीज़ मशहूर शायर भी I इन सबके साथ राजनीतिक और सामाजिक परिस्थितियों की पृष्ठभूमि में इंसान की अंदरुनी और बाहरी कश्मकश के प्रत्यक्षदर्शी भी हैं I राहत की शख़्सियत के ये तमाम पहलू उनकी ग़ज़ल के द्वारा सर्वेक्षण और विश्लेषण भी है I राहत की शायरी की भाषा भी उनके विचारों की ही तरह सूफ़ीवाद का प्रतिबिंब है I प्रचारित शब्दावली और अभिव्यक्ति की प्रचलित शैली से अलग अपना रास्ता बनाने के साहस ने ही राहत के सृजन की परिधि बनाई है I निजी अवलोकन और अनुभवों पर विश्वास ही उनके शिल्प की सुंदरता और उनकी शायरी की सच्चाई है I - निदा फ़ाज़ली http://manjulindia.com/naraz.html
List(s) this item appears in: Fiction @ VSL
Tags from this library: No tags from this library for this title. Log in to add tags.
Star ratings
    Average rating: 0.0 (0 votes)
Holdings
Item type Current library Item location Collection Shelving location Call number Status Date due Barcode
Hindi Books Vikram Sarabhai Library Rack 47-A / Slot 2611 (3rd Floor, East Wing) Fiction Hindi H 891.43 I6N2 (Browse shelf(Opens below)) Available 193146

नाराज़ राहत इंदौरी राहत की पहचान के कई हवाले हैं - वो रंगों और रेखाओं के फ़नकार भी हैं, कॉलेज में साहित्य के उस्ताद भी, मक़बूल फ़िल्मी गीतकार भी हैं और हर दिल अज़ीज़ मशहूर शायर भी I इन सबके साथ राजनीतिक और सामाजिक परिस्थितियों की पृष्ठभूमि में इंसान की अंदरुनी और बाहरी कश्मकश के प्रत्यक्षदर्शी भी हैं I राहत की शख़्सियत के ये तमाम पहलू उनकी ग़ज़ल के द्वारा सर्वेक्षण और विश्लेषण भी है I राहत की शायरी की भाषा भी उनके विचारों की ही तरह सूफ़ीवाद का प्रतिबिंब है I प्रचारित शब्दावली और अभिव्यक्ति की प्रचलित शैली से अलग अपना रास्ता बनाने के साहस ने ही राहत के सृजन की परिधि बनाई है I निजी अवलोकन और अनुभवों पर विश्वास ही उनके शिल्प की सुंदरता और उनकी शायरी की सच्चाई है I - निदा फ़ाज़ली

http://manjulindia.com/naraz.html

There are no comments on this title.

to post a comment.